रूबेन के वंशज
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1-3 रूबेन इस्राएल का प्रथम पुत्र था। रुबेन को सबसे बड़े पुत्र होने की विशेष सुविधायें प्राप्त होनी चाहिए थी। किन्तु रूबेन ने अपने पिता की पत्नी के साथ शारिरिक सम्बन्ध किया। इसलिये वे सुविधाएं यूसुफ के पुत्रों को मिली। परिवार के इतिहास में रूबेन का नाम प्रथम पुत्र के रूप में लिखित नहीं है। यहूदा अपने भाईयों से अधिक बलवान हो गया, अतः उसके परिवार से प्रमुख आए। किन्तु यूसुफ के परिवार ने वे अन्य सुविधायें पाई, जो सबसे बड़े पुत्र को मिलती थी।
रूबेन के पुत्र हनोक, पल्लू, हेस्रोन और कर्मी थे।
4 योएल के वंशजों के नाम ये हैः शमायाह योएल का पुत्र था। गोग शमायाह का पुत्र था। शमी गोग का पुत्र था
5 मीका शिमी का पुत्र था रायाह मीका का पुत्र था। बाल रायाह का पुत्र था।
6 बरा बाल का पुत्र था। अश्शूर के राजा तिलगत पिलनेसेर ने बेरा राजा का घर छोड़ने को विवश किया। इस प्रकार बेरा राजा का बन्दी बना। बेरा रूबेन के परिवार समूह का प्रमुख था।
7 योएल के भाईयों और उसके सारे परिवार समूहों को वैसे ही लिखा जा रहा है जैसे वे परिवार के इतिहास में हैः यीएल प्रथम पुत्र था। तब जकर्याह
8 और बेला। बेला अजाज शेमा का पुत्र था। अजाज का पुत्र था। अजाज शेमा का पुत्र था। शेमा योएल का पुत्र था। वे अरोएर से लगातार नबो और बाल्मोन तक के क्षेत्र में रहते थे।
9 बेला के लोग पूर्व में परात नदी के पास, मरुभूमि के किनारे तक रहते थे। वे उस स्थान पर रहते थे क्योंकि गिलाद प्रदेश में उनके पास बहुत से बैल थे।
10 जब शाऊल राजा था, बेला के लोगों ने हग्री लोगों के विरुद्ध युद्ध किया। बेला के लोग उन खेमों में रहे जो हग्री लोगों के थे। वे उन खेमों में रहे और गिलाद के पूर्व के सारे क्षेत्र से होकर यात्रा करते रहे।
11 गाद के परिवार समूह के लोग रूबेन के परिवार समूह के पास रहते थे। गादी लोग बाशान के क्षेत्र में लगातार सल्का नगर तक रहते थे।
12 बाशान में योएल प्रथम प्रमुख था। सापाम दूसरा प्रमुख था। तब यानै प्रमुख हुआ।
13 परिवार के सात भाई ये थे मीकाएल, मशुल्लाम, शेबा, योरै, याकान, जी और एबेर।
14 वे लोग अबीहैल के वंशज थे। अबीहैल हूरी का पुत्र था। हूरी योराह का पुत्र था। योराह गिलाद का पुत्र था। गिलाद मीकाएल का पुत्र था। मीकाएल यशीशै का पुत्र था। यशीशै यहोदो का पुत्र था। यहदों बूज का पुत्र था।
15 अही अब्दीएल का पुत्र था। अब्दीएल गूनी का पुत्र था। अही उनके पिरवार का प्रमुख था।
16 गाद के परिवार समूह के लोग गिलाद क्षेत्र में रहते थे। वे बाशान क्षेत्र में बाशान के चारों ओर के छोटे नगरों में और शारोन क्षेत्र के चारागाहों में उसकी सीमाओं तक निवास करते थे।
17 योनातान और यारोबाम के समय में इन सभी लोगों के नाम गाद के परिवार इतिहास में लिखे थे। योनातन यहूदा का राजा था और यारोबाम इस्राएल का राजा था।
युद्ध में निपुण कुछ सैनिक
18 मनश्शे के परिवार के आधे तथा रूबेन और गाद के परिवार समूहों से चौवालीस हजार सात सौ साठ वीर योद्धा युद्ध के लिये तैयार थे। वे युद्ध में निपुण थे। वे ढाल—तलवार धारण करते थे। वे धनुष—बाण में भी कुशल थे।
19 उन्होंने हग्री और यतूर, नापीश और नोदाब लोगों के विरुद्ध युद्ध आरम्भ किया।
20 मनेश्शे, रूबेन और गाद परिवार समूह के उन लोगों ने युद्ध में परमेश्वर से प्रार्थना की। उन्होंने परमेश्वर से सहायता मांगी क्योंकि वे उस पर विश्वास करते थे। अतः परमेश्वर ने उनकी सहायता की। परमेश्वर ने उन्हें हग्री लोगों को पराजित करने दिया और उन लोगों ने अन्य लोगों को हराया जो हग्री के साथ थे।
21 उन्होंने उन जानवरों को लिया जो हग्री लोगों के थे। उन्होंने पचास हजार ऊँट, ढाई लाख भेंड़ें, दो हजार गधे और एक लाख लोग लिये।
22 बहुत से हग्री लोग मारे गये क्योंकि परमेश्वर ने रूबेन के लोगों को युद्ध जीतने में सहायता की। तब मनश्शे, रूबेन और गाद के परिवार समूह के लोग हग्री लोगों की भूमि पर रहने लगे। वे वहाँ तब तक रहते रहे जब तक बाबूल की सेना इस्राएल के लोगों को नहीं ले गई और जब तक बाबूल में उन्हें बन्दी नहीं बनाया गया।
23 मनश्शे के परिवार समूह के आधे लोग बाशान के क्षेत्र के लगातार बाल्हेर्मोन, सनीर और हेर्मान पर्वत तक रहते थे। वे एक विशाल जन समूह वाले लोग बन गये।
24 मनश्शे के परिवार समूह के आधे के प्रमुख ये थेः एपेर, यिशी, एलीएल, अज्रीएल, यिर्मयाह, होदब्याह और यहदीएल। वे सभी शक्तिशाली और वीर पुरुष थे। वे प्रसिद्ध पुरुष थे और वे अपने परिवार के प्रमुख थे।
25 किन्तु उन प्रमुखों ने उस परमेश्वर के विरुद्ध पाप किया, जिसकी उपासना उनके पूर्वजों ने की थी। उन्होंने वहाँ रहने वाले उन व्यक्तियों के असत्य देवताओं की पूजा करनी आरम्भ की जिन्हें परमेश्वर ने नष्ट किया।
26 इस्राएल के परमेश्वर ने पूल को युद्ध में जाने का इच्छुक बनाया। पूल अश्शूर का राजा था। उसका नाम तिलगत्पिलनेसेर भी था। वह मनश्शे, रूबेन और गाद के परिवार समूहों के विरुद्ध लड़ा। उसने उनको अपना घर छोड़ने को विवश किया और उन्हें बन्दी बनाया। पूल उन्हें हलह, हाबोर, हारा और गोजान नदी के पास लाया। इसाएल के वे परिवार समूह उन स्थानों में उस समय से अब तक रह रहे हैं।